*सुप्रभातम्*
समय के हर सेकंड को जियें ,
यह वो पल है जो
कभी दोबारा लौटकर नहीं आएगा ।। सुप्रभात
हमारा व्यवहार गणित के शून्य की तरह होना चाहिए जो स्वयं की कीमत ना रखता लेकिन दूसरों के साथ जुड़ने पर उसकी कीमत बढ़ा देता है ।। शुभ दिन
आपकी उपस्थिति से है
कोई व्यक्ति ...
स्वयं के दुख भूल जाए ...
यह आपकी ...
उपस्थिति की सार्थकता है !! सुप्रभात
मनुष्य का सबसे सच्चा साथी उसका स्वास्थ्य है ..
जिस दिन स्वास्थ्य ने साथ छोड़ा ...
मनुष्य हर रिश्ते पर बोझ बन जाता है ..!! प्रातः वंदन
किसी की मजबूरियों पर मत हँसिये,
कोई मजबूरियां ख़रीद कर नहीं लाता,
डर रखिए वक्त की मार से,
बुरा वक्त किसी को बताकर नहीं आता ।।सुप्रभातम्
घर से जब भी बाहर जाएं तो घर में विराजमान अपने प्रभु से मिलकर जाएं और जब लौटकर आए तो उनसे जरूर मिलें क्योंकि उनको भी आपके घर लौटने का इंतजार रहता है ।।
घर में एक नियम बनाइए कि जब भी आप बाहर निकले तो प्रभु को बोले कि भगवान आप साथ चलिए आपको मेरे साथ रहना है ऐसा बोलकर ही निकले हैं क्योंकि आप कितनी महंगी घड़ी क्यों ना पहने हो समय तो प्रभु के हाथ में हैं ना ....।। जय श्री कृष्णा
नाराज होने के लिए भी एक खास रिश्ता होना चाहिए क्योंकि नाराजगी भी बहुत कीमती चीज़ है, यूं ही हर किसी पर लुटाई नही जाती ।।। सुप्रभात
जिंदगी हमें बहुत खूबसूरत दोस्त देती है ....
लेकिन अच्छे दोस्त हमे खूबसूरत जिंदगी देते है ... !! सुप्रभातम्
0 Comments